Stress से स्किन पर क्या असर पड़ता है? डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताए 5 साइंटिफिक कारण और दिए स्किन को हेल्दी रखने की टिप्स

Stress

 

स्ट्रेस लेने से स्किन पर क्या असर पड़ता है

Stress स्ट्रेस लेने के कारण शरीर में विभिन्न बायोकेमिकल प्रक्रियाएं प्रभावित होती हैं, जो स्किन पर असर डाल सकती हैं। यह असर संक्रमण, एलर्जी, त्वचा के रंग में बदलाव, त्वचा की रक्षा क्षमता में कमी और अनुपातित त्वचा देखने में हो सकता है।

यहां कुछ तरंगवाले तत्वों के अस्तित्व में बदलाव के कुछ सामान् कारण हैं जो स्किन को प्रभावित कर सकते हैं:

  • हार्मोनल परिवर्तन: स्ट्रेस के कारण हार्मोनल परिवर्तन हो सकता है, जिससे त्वचा पर असामान् परिवर्तन दिख सकता है। यह त्वचा के तेल की उत्पत्ति में बदलाव ला सकता है, जिससे एक्ने और मुहांसे बढ़ सकते हैं।
  • त्वचा की रक्षा क्षमता: स्ट्रेस के कारण त्वचा की रक्षा क्षमता कम हो सकती है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। त्वचा कमजोर हो जाती है और चोट या अन्य संक्रमण के खिलाफ सामरिक होने की क्षमता में कमी होती है।
  • त्वचा के रंग में परिवर्तन: स्ट्रेस के कारण हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं, जिससे त्वचा के मेलेनोसाइट्स (पिगमेंट प्रोड्यूसिंग कोशिकाएं) का कार्य प्रभावित हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप त्वचा का रंग बदल सकता है, और धूप में ज्यादा समय बिताने पर सूर्य की किरणों के कारण होने वाले त्वचा के रंग में बदलाव भी अधिक हो सकता है।
  • त्वचा के रोम और खरोंचों का गुणवत्ता: स्ट्रेस त्वचा के रोम और खरोंचों का गुणवत्ता कम कर सकता है। यह त्वचा को अनुग्रहित करके उसे ग्लोइंग और स्मूद्र बनाता है।
  • उच्च त्वचा सूखापन: स्ट्रेस के कारण शरीर से तत्वों की अदेंश गिर सकती है, जिससे त्वचा सूखी हो जाती है। यह उच्च त्वचा सूखापन का कारण बन सकता है, जिससे त्वचा बेजान और ज्यादा कठोर लग सकती है।

यहां यात्रा और अधिकारिक तनाव के कारण त्वचा को प्रभावित होने वाली यात्रा की कुछ सामान् प्रभावित कारण थे, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति की त्वचा अदृष्टवश अलग हो सकती है और इन प्रभावों का अनुभव भी अलग हो सकता है। यदि आपको त्वचा संबंधी समस्याएं हैं, तो एक प्रशिक्षित त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेना हमेशा उचित होगा।

 स्ट्रेस ने इन 2 स्किन प्रॉब्लम का बढ़ जाता है खतरा

 

स्ट्रेस कई स्किन प्रॉब्लम्स का कारक बन सकता है, लेकिन यहां दो सामान् स्किन प्रॉब्लम दिए गए हैं जिनका बढ़ जाने का खतरा हो सकता है:

  • एक्ने: स्ट्रेस के कारण हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं और त्वचा के तेल की उत्पत्ति में बदलाव लाएं, जो एक्ने के विकास के लिए एक प्रमुख कारक हो सकते हैं। एक्ने त्वचा पर दानों, फोड़ों और मुहांसों का रूप ले सकते हैं, जो त्वचा को बेजान और अस्वस् दिखाते हैं।
  • एक्जिमा: स्ट्रेस त्वचा की रक्षा क्षमता को कम कर सकता है, जिससे अलर्जिक प्रतिक्रियाओं का खतरा बढ़ सकता है। एक्जिमा एक त्वचा संक्रमण है जिसमें त्वचा लालित्य, खुजली, छाले और खारिश के लक्षण दिखाई देते हैं। स्ट्रेस के कारण इम्यून सिस्टम प्रभावित हो सकता है, जिससे एक्जिमा के लिए विशेषज्ञीय ब्रेकआउट हो सकता है।

यह तब भी मायने रखता है कि हर व्यक्ति की त्वचा अलग होती है और स्किन प्रॉब्लम का विकास और उसके संबंधित लक्षण भी व्यक्ति के शारीरिक और आंतरिक परिस्थितियों पर निर्भर करते हैं। यदि आपको इन स्किन प्रॉब्लम्स का सामना है, तो आपको एक त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए ताकि सही निदान और उपचार की संभावना हो सके।

 

Stress स्ट्रेस से स्किन को बचाने के लिए क्यों करें?


Stress स्ट्रेस से स्किन को बचाने के लिए निम्नलिखित कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  • Stress स्ट्रेस प्रबंधन  : स्ट्रेस को प्रबंधित करने के लिए विभिन्न तकनीकें जैसे मेडिटेशन, योग, ध्यान और श्वासायाम आदि का अभ्यास करें। इन तकनीकों से मानसिक तनाव कम होता है और शरीर का संतुलन बना रहता है, जिससे स्किन को फायदा मिलता है।
  • पोषक आहार: स्वस् और पोषणपूर्ण आहार लें, जिसमें फल, सब्जियां, प्रोटीन, फाइबर और आपूर्ति की अन् महत्वपूर्ण पदार्थ शामिल हों। यह आपकी स्किन को अच्छे तत्वों से पोषित रखने में मदद करेगा।
  • पर्याप्त नींद: पर्याप्त नींद लेने का प्रयास करें, क्योंकि यह शरीर के लिए महत्वपूर्ण है। नींद रात में त्वचा के मरम्मत प्रक्रियाओं को संचालित करती है और त्वचा को पुनर्जीवित करने में मदद करती है।
  • स्किन की संरक्षा: स्किन की सुरक्षा के लिए सभी प्राकृतिक और उचित उत्पादों का उपयोग करें। धूप में बचाव के लिए सूर्य की रोशनी से बचने के लिए उचित सनस्क्रीन का उपयोग करें।
  • हाइड्रेशन: पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि त्वचा आवश्यक मात्रा में आराम से हाइड्रेटेड रहे। यह त्वचा को मुलायम, चमकीली और स्वस् बनाए रखने में मदद करेगा।
  • अच्छी हाइजीन: स्वस् हाइजीन प्रथाएं अपनाएं, जैसे कि नियमित रूप से त्वचा को साफ करें, संक्रमण से बचें और अधिकतर उत्पादों का उपयोग करें जो त्वचा को हानि पहुंचा सकते हैं।
  • संतुलित जीवनशैली: संतुलित जीवनशैली अपनाएं, जिसमें व्यायाम, सही प्रबंधन और समय का सामंजस् हो। यह त्वचा को स्वस् रखने में मदद करेगा।

यह सभी उपाय स्ट्रेस के कारण होने वाली स्किन प्रॉब्लम् को कम करने और स्वस् त्वचा को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। यदि आपकी स्किन प्रॉब्लम् बढ़ रही हैं या आपको चिंता है, तो एक त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेना सुझावित होगा।

 

Stress स्ट्रेस स्किन को कैसे प्रभावित करता है?

 

स्ट्रेस कई तरीकों से स्किन को प्रभावित कर सकता है। यहां कुछ मुख्य प्रभाव दिए गए हैं:

  • हार्मोनल परिवर्तन: स्ट्रेस के कारण शरीर में हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, त्वचा पर अतिरिक् सेबेस्यस ग्रंथियों की उत्पत्ति हो सकती है, जिससे त्वचा तैलीय हो जाती है और एक्ने, मुहांसे और त्वचा की समस्याएं उत्पन् हो सकती हैं।
  • त्वचा की संरक्षा क्षमता: स्ट्रेस से शारीरिक और मानसिक तनाव बढ़ता है, जिससे त्वचा की संरक्षा क्षमता कम हो सकती है। यह त्वचा को संक्रमण, एलर्जी और अन् स्किन प्रॉब्लम् के प्रति अधिक प्रतिस्पर्धी बना सकता है।
  • अनुकंपा तंत्र: स्ट्रेस के कारण शरीर में अनुकंपा तंत्र सक्रिय होता है, जिससे त्वचा के इंफ्लेमेशन के प्रति प्रतिस्पर्धा बढ़ती है। इसके परिणामस्वरूप, त्वचा में लालित्य, खुजली, छाले और खारिश जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
  • संग्रहण क्षमता: स्ट्रेस के कारण शरीर की संग्रहण क्षमता प्रभावित होती है, जिससे त्वचा को आवश्यक तत्वों की आपूर्ति में कमी हो सकती है। इसके कारण, त्वचा द्राय और बेजान लग सकती है, और उसकी नमी, ताजगी और त्वचा की ग्लो गायब हो सकती है।
  • चुंबकीय कारण: आपके स्किन को स्ट्रेस की वजह से उपजने वाले ब्रेकआउट और गड्ढे के कारण, आप अपने चेहरे को चुनौतीपूर्ण चेहरे के संपर्क से बचाने के लिए एक स्किन की संरक्षा का उपयोग कर सकते हैं।

 

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