गर्मी के मौसम में उच्च तापमान के कारण हृदय स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। यह तापमान कई तरह से हृदय संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकता है जैसे कि हार्ट अटैक, अधिक धड़कन, दिल की मजबूती कम होना आदि। हालांकि, आप निम्नलिखित सुझावों का पालन करके हृदय स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं:
हाइड्रेशन (पूरे पानी की मात्रा का देखभाल): गर्मी में पानी की कमी होने के कारण शरीर अनुकरण करने में कठिनाई हो सकती है। पानी पीना आवश्यक है ताकि शरीर को ठंडा रखने के लिए इस्तेमाल किया जा सके और उच्च तापमान के कारण होने वाले प्रभावों को कम किया जा सके। दिन भर में पानी की समान मात्रा में सेवन करें और विशेष रूप से ताजगी वाले फलों और सब्जियों का उपयोग करें जो पानी की मात्रा को पूरा करने में मदद करेंगे।
सुनहरे दिन में व्यायाम का समय निर्धारित करें: गर्मी के मौसम में धूप में व्यायाम करना अधिक जोखिम भरा हो सकता है। धूप के सबसे तापमान वाले समय में व्यायाम करने की कोशिश करें, जैसे सुबह के समय या शाम के बाद। व्यायाम करते समय सुर्खियों की गहराई में कमी करें और अधिक समय तक सम्भवतः तापमान वाले स्थानों से दूर रहें। यदि आप किसी भी नये व्यायाम शुरू करने से पहले हृदय रोग विशेषज्ञ की सलाह लेते हैं, तो यह बेहतर होगा।
उचित आहार: आहार में पर्याप्त मात्रा में फल, सब्जियां, पूरे अनाज, हरे पत्ते और ताजगी वाले पदार्थों का सेवन करें। तली हुई, मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें, क्योंकि इनमें बढ़ी हुई तेल और मसाले होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
व्यस्त दिनचर्या को सम्भालें: गर्मी के मौसम में शरीर को अधिक तापमान से बचाने के लिए आराम करना आवश्यक हो सकता है। प्रतिदिन की व्यस्त गतिविधियों के बीच में अवकाश का समय निकालें और शरीर को धीरे-धीरे ठंडा करने की कोशिश करें।
अधिक से अधिक ठंडी वस्त्र पहनें:
गर्म हवाओं से कैसे प्रभावित होता है हृदय स्वास्थ्य?
गर्म हवाओं के मौसम में उच्च तापमान और ऊष्मागत संक्रमण के कारण हृदय स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। यहां कुछ मुख्य कारक और प्रभाव दिए गए हैं:-
तापमान बढ़ने से वसोदिलेशन (धमनियों के विस्तार) होता है, जिसके परिणामस्वरूप रक्त की दाब में कमी हो सकती है। यह शरीर के लिए आवश्यक है क्योंकि इससे ऊर्जा की बचत होती है, लेकिन हृदय के लिए यह ज्यादा काम करना पड़ सकता है और उसका बोझ बढ़ सकता है।
ऊष्मागत संक्रमणों की आशंका बढ़ती है, जैसे कि जलजन्तुओं के कारण होने वाली संक्रमण और मलेरिया जैसी बीमारियां। इन संक्रमणों के साथ हृदय को अधिक काम करना पड़ता है ताकि शरीर को इन्हें सामने लाने और उनसे निपटने के लिए लड़ना पड़े।
गर्मी के मौसम में प्राकृतिक आपदाओं की संभावना बढ़ती है, जैसे कि अत्यधिक गर्मी की लू, ज़्यादा हवा नमी, जलजमाव और आंधी। ये आपदाएं हृदय के लिए अत्यधिक तनावदायक हो सकती हैं और हृदय संबंधी समस्याओं के विकास का कारण बन सकती हैं।
शरीर के अधिक पसीने की गड़बड़ी हो सकती है जो तापमान के साथ बढ़ सकती है। यह उत्तेजनापूर्ण होने और दिल की दबाव को बढ़ा सकती है, जो हृदय को अत्यधिक मेहनत करने पर मजबूर कर सकता है।
इन प्रभावों के साथ-साथ, गर्मी में यह जरूरी है कि आप अपने हृदय स्वास्थ्य का ध्यान रखें और ऊष्मागत संक्रमणों से बचने के लिए सावधान रहें। निम्नलिखित सुझावों का पालन करें:
शरीर को हाइड्रेटेड रखें और पानी की पर्याप्त मात्रा पिएं।
धूप में व्यायाम करने की जगह शाम को या सुबह के समय चुनें।
सही आहार लें और स्वस्थ वजन बनाए रखें।
समय-समय पर आराम लें और अधिक से अधिक ठंडी वस्त्र पहनें।
संक्रमण से बचने के लिए हाथों को नियमित रूप से धोएं और साबुन या हैंड सेनिटाइज़र का उपयोग करें।
हालांकि, यदि आपको किसी भी तरह के हृदय संबंधी समस्याएं हों या आप चिंतित हों, तो आपको अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए और उनसे उचित सलाह लेनी चाहिए।
किन लोगों को होता है ज्यादा जोखिम
हृदय स्वास्थ्य के लिए गर्म हवाओं में ज्यादा जोखिम वाले लोगों की कुछ सामान्य श्रेणियां निम्नलिखित हैं:
वृद्ध वयस्क: वृद्ध वयस्क लोगों में हृदय समस्याएं ज्यादा पाई जाती हैं, और उन्हें गर्म हवाओं के प्रभावों से अधिक प्रभावित होने की संभावना होती है।
दिल की बीमारी रोगियों: जिन लोगों को पहले से हृदय समस्याएं हैं, जैसे कि हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, आदि, वे गर्म हवाओं के कारण अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
श्वसन संबंधी समस्याएं: जिन लोगों को श्वसन संबंधी समस्याएं हैं, जैसे कि दमा, अस्थमा, या अन्य पुल्मनरी संक्रमण, उन्हें गर्म हवाओं के प्रभाव से ज्यादा खतरा हो सकता है।
मध्यम और ऊच्च धातु मात्रा: जब गर्मी में धातु मात्रा ज्यादा होती है, जैसे कि लोहे, सीजी, आदि, तो हृदय स्वास्थ्य पर अत्यधिक प्रभाव पड़ सकता है।
लंबी अवधि धूप में रहने वाले लोग: यदि आप लंबी अवधि धूप में बाहर रहते हैं या गर्मी में बाहरी श्रम करते हैं, तो आपको ज्यादा जोखिम हो सकता है।
यहां यह जरूरी है कि हर व्यक्ति अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य और परिस्थितियों के आधार पर अपने चिकित्सक से परामर्श लें और उनकी सलाह का पालन करें।
गर्मी से हृदय को कैसे सुरक्षित रखें?
यदि आप गर्मी में अपने हृदय को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित उपायों का पालन कर सकते हैं:
हाइड्रेशन रखें: गर्मी में पानी की पर्याप्त मात्रा में हाइड्रेशन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। पानी रखने के साथ-साथ नारियल पानी, नींबू पानी और जलेबी विलायती शरबत जैसी सुगंधित पेय पदार्थों का भी सेवन करें।
शरीर को ठंडा रखें: अधिक गर्मी में अपने शरीर को ठंडा रखने के लिए ठंडे पानी का सेवन करें, ठंडे स्नान करें, विलायती गिलास या ठंडी चादर का उपयोग करें।
संतुलित आहार लें: स्वस्थ आहार खाने का पालन करें और अत्यधिक मसालेदार, तली हुई, और मसालेदार भोजन से बचें। स्वस्थ आहार में पर्याप्त मात्रा में फल, सब्जियां, पूरे अनाज, हरी पत्तियां, मछली, और स्वस्थ प्रोटीन शामिल होना चाहिए।
नियमित व्यायाम करें: मनोरंजक व्यायाम या योग करें जो आपके हृदय के लिए लाभकारी हो सकते हैं। हाफ़्टे में कम से कम 150 मिनट की मध्यम से तेज गति की शारीरिक गतिविधियों का पालन करें।
ठंडे और शांत माहौल में व्यायाम करें: गर्मी के समय में दिन के ठंडे समय में और आंध्र विश्राम करें और ज्यादा शांत माहौल में व्यायाम करें। अधिक धूप से बचने के लिए सुबह या शाम के समय व्यायाम करें।
गर्मी के दौरान स्वच्छता और हाइजीन का ध्यान रखें: संक्रमण से बचने के लिए हाथ धोने और मुख्य रूप से चेहरे, नाक, और आंखों को धोने पर ध्यान दें। हाथ सेनिटाइज़र का उपयोग करें और भीड़-भाड़ वाले स्थानों से दूर रहें।
चिंता और तनाव को नियंत्रित करें: अधिक तनाव हृदय के लिए हानिकारक हो सकता है। मानसिक और शारीरिक स्तर पर आराम और संतुलन बनाए रखने के लिए ध्यान प्राणायाम, ध्यान, और स्वास्थ्यप्रद नींद को अपनाएं।
यह जरूरी है कि आप अपने चिकित्सक से परामर्श लें और उनकी सलाह का पालन करें, खासकर यदि आपके पास किसी अन्य मेडिकल स्थिति या हृदय समस्या है।