कार्डियक अरेस्ट एक आकस्मिक और गंभीर मेडिकल स्थिति है जिसमें व्यक्ति का हृदय धड़कन बंद हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप, उसकी श्वसन प्रणाली भी बंद हो जाती है और वह जल्दी से बिना चिकित्सा इंटरवेंशन के मृत्यु हो जाता है। यह एक जीवनसंयोग है और तत्काल चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है ताकि धड़कन को बहाल किया जा सके।
कार्डियक अरेस्ट कई कारणों से हो सकता है, जिनमें सबसे आम कारण हृदय संबंधी समस्याएं होती हैं। ये समस्याएं शामिल हो सकती हैं:
हृदयाघात (हार्ट अटैक): हार्ट अटैक के दौरान, यदि हृदय का कोई हिस्सा पूर्णतः बंद हो जाता है, तो यह कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकता है। हार्ट अटैक को अक्षम करने के लिए तत्काल चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है।
अरिया सिंड्रोम (Arrhythmia): यह एक हृदय की विकृति होती है जिसमें धड़कन का तालमेल असामान्य हो जाता है। कुछ अरिया सिंड्रोम कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकते हैं।
हृदय की गलत रफ्तार (Heart Failure): अगर हृदय का पंपिंग क्षमता कम हो जाती है और धड़कन का संचार ठीक से नहीं होता है, तो यह कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकता है।
हृदय संबंधी रोगों का इतिहास: कुछ लोगों में हृदय संबंधी समस्याओं का इतिहास होता है, जैसे कि कई हृदय रोगों, उच्च रक्तचाप, या डायबिटीज़ जैसी समस्याएं, जो कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकती हैं।
एक व्यक्ति की उम्र भी कार्डियक अरेस्ट के लिए एक महत्वपूर्ण फैक्टर हो सकती है, क्योंकि वायुमंडलीय तत्वों और शारीरिक संरचना में बदलाव के कारण उम्रदर लोगों में हृदय संबंधी समस्याएं अधिक प्रावधानिक होती हैं।
नीतीश पांडे के मामले में, उनकी कार्डियक अरेस्ट से मृत्यु का कारण विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा पुष्टि नहीं की गई है। इसलिए, यह केवल एक विचारित कारण हो सकता है कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ होगा। कार्डियक अरेस्ट एक अत्यंत गंभीर स्थिति होती है और इसके जोखिम से बचने के लिए नियमित चिकित्सा जांच और उचित देखभाल की आवश्यकता होती है।
नीतीश पांडे के बारे में
नीतीश पांडे एक भारतीय टेलीविजन अभिनेता थे जिन्होंने हिंदी टेलीविजन के कई प्रमुख सीरियल्स में काम किया। उन्होंने सबसे अधिक मशहूर टेलीविजन सीरियल 'अनुपमा' में मुख्य किरदार निभाया था। यह सीरियल नाटकीय रूप से उनका कार्यकाल रहा और उन्हें इसके लिए व्यापक प्रशंसा प्राप्त हुई। नीतीश पांडे का जन्म 12 मार्च 1972 को नगर, मध्य प्रदेश, भारत में हुआ था।
नीतीश पांडे ने अपनी करियर में कई अन्य टेलीविजन सीरियल्स भी किए थे जैसे कि 'कहानी गहराईयों की', 'वरदान', 'रणगढ़', 'सूबह सवेरे सम्पर्क', 'यह रिश्ता क्या कहलाता है', 'सच का सामना' और 'ये रिश्ता क्या कहलाता है'। उन्होंने अपनी अदाकारी के लिए कई अवार्ड्स भी जीते, जिसमें शामिल हैं ज़ी गोल्ड अवार्ड्स और गोल्डेन पेटल अवार्ड्स।
दुखद तौर पर, नीतीश पांडे का निधन 2023 के फरवरी महीने में हुआ था, जब उन्हें 51 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट के बाद मृत्यु हो गई। इसके बाद उन्हें उनके अभिनय और योगदान की याद बनाई गई है।
जानें क्या होता है कार्डियक अरेस्ट
कार्डियक अरेस्ट एक जीवनसंयोग है जिसमें एक व्यक्ति का हृदय धड़कन अचानक बंद हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप, हृदय के पंपिंग क्रिया में बंदिशा हो जाती है, और श्वसन प्रणाली भी बंद हो जाती है। यदि तत्काल चिकित्सा उपचार नहीं किया जाता है, तो इसका परिणाम मृत्यु होती है।
कार्डियक अरेस्ट का मुख्य कारण हृदय की अक्षमता होती है, जिसे आमतौर पर वेंट्रिकल फिब्रिलेशन (Ventricular Fibrillation) या वेंट्रिकुलर टैकिकार्डिया (Ventricular
Tachycardia) कहा जाता है। ये दोनों विकार हृदय की विधियों में असमर्थता का कारण बनते हैं और उच्च गति से अनियंत्रित धड़कन को पैदा करते हैं। इससे हृदय के महत्वपूर्ण रक्त प्रवाह का बंद हो जाता है, जिससे शरीर के अन्य भागों तक रक्त पहुंचने में असमर्थता होती है।
कार्डियक अरेस्ट के अन्य कारण शामिल हो सकते हैं:
साधारण दिल की बीमारियों का विकास, जिसमें शहरी जीवनशैली, खान-पान की बुरी आदतें, मोटापा, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज और धूम्रपान शामिल हो सकते हैं।
हृदय संबंधी गलतियों के पिछले इतिहास, जैसे कि हृदय अटैक, हृदय रोगों का इतिहास, और पारिवारिक प्रवृत्ति के कारण उच्च जोखिम कारक हो सकते हैं।
इंफेक्शन, दूषित रक्त, गंभीर आपदा या दिल के संबंधी विपदाएं भी कार्डियक अरेस्ट के कारण बन सकती हैं।
इसलिए, कार्डियक अरेस्ट एक अत्यंत गंभीर स्थिति है जिसका तत्काल चिकित्सा उपचार अत्यावश्यक होता है। जल्दी से CPR (Cardiopulmonary
Resuscitation) और डिफिब्रिलेशन (Defibrillation) की प्राथमिक उपचार मदद कर सकती हैं जो अपरिहार्य हैं।