बच्चों से बुजुर्गों तक, किस उम्र में कितना होना चाहिए सामान्य हार्ट रेट? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

 


हार्ट रेट, जिसे आमतौर पर पल्स भी कहा जाता है, व्यक्ति के उम्र, स्वास्थ्य स्तर, और शारीरिक गतिविधियों पर निर्भर करता है। सामान्यतः, बच्चों से बुजुर्गों तक, हार्ट रेट के मान्यता अलग-अलग होती है। मुझे यह बताने के लिए डॉक्टर जैसी प्राधिकारियों नहीं हैं, लेकिन मैं आपको कुछ सामान्य जानकारी प्रदान कर सकता हूँ:

नवजात शिशु (0-1 महीने): 100-160 पल्स प्रति मिनट

सामान्य शिशु (1-12 महीने): 90-160 पल्स प्रति मिनट

बच्चे (1-10 वर्ष): 70-120 पल्स प्रति मिनट

पूर्वकिशोर (11-17 वर्ष): 60-100 पल्स प्रति मिनट

वयस्क (18 वर्ष और उससे अधिक): 60-100 पल्स प्रति मिनट

यह एक सामान्य मानक है और अधिकांश लोगों के लिए लागू हो सकता है, लेकिन हर व्यक्ति का शारीरिक स्वास्थ्य अलग होता है, और इसलिए इसमें थोड़ी अंतर भी हो सकती है। जब भी आपको अपने हार्ट रेट पर संदेह हो, आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

 

वयस्कों का सामान्य हार्ट रेट कितना होना चाहिए? What is Normal Resting Heart Rate In Adults In Hindi

 

वयस्कों में सामान्य आरामदायक हार्ट रेट की गणना प्रतिमिनट में की जाती है। सामान्यतः, एक वयस्क व्यक्ति की सामान्य आरामदायक हार्ट रेट लगभग 60 से 100 पल्स प्रति मिनट होती है। यह मानक रेंज है और यह आपके उम्र, लिंग, शारीरिक स्वास्थ्य, और फिटनेस स्तर पर भी निर्भर कर सकता है।

अगर आपका हार्ट रेट सामान्य मानक से अधिक है या आपको चिंता हो रही है, तो आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। वे आपकी व्यक्तिगत स्थिति का मूल्यांकन करके आपको उचित सलाह देंगे।

 

बच्चों का नॉर्मल रेस्टिंग हार्ट रेट कितना होना चाहिए? What is Normal Resting Heart Rate In Child In Hindi

 

बच्चों में नॉर्मल आरामदायक हार्ट रेट उम्र के अनुसार भिन्न हो सकता है। नीचे दिए गए रेंज में बच्चों के लिए सामान्य आरामदायक हार्ट रेट की जानकारी दी गई है:

नवजात शिशु (0-1 महीने): 100-160 पल्स प्रति मिनट

सामान्य शिशु (1-12 महीने): 90-160 पल्स प्रति मिनट

बच्चे (1-10 वर्ष): 70-120 पल्स प्रति मिनट

यह आमतौर पर बच्चों के लिए सामान्य हार्ट रेट की गणना है। हालांकि, हर बच्चे की शारीरिक स्थिति और स्वास्थ्य अलग होती है, इसलिए व्यक्तिगत मामले में यह रेंज थोड़े से विचलित हो सकता है। अगर आपको अपने बच्चे के हार्ट रेट पर संदेह है, तो आपको अपने पेडिएट्रिशियन से परामर्श लेना चाहिए। वे आपकी बच्चे की व्यक्तिगत स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और आपको सही गाइडेंस प्रदान करेंगे।

 

हार्ट रेट बढ़ने के कई कारक हो सकते हैं? What Factors Increase Heart Rate In Hindi

 

हार्ट रेट कई कारकों के कारण बढ़ सकता है। यहां कुछ मुख्य कारक दिए जाते हैं जो हार्ट रेट में वृद्धि कर सकते हैं:

शारीरिक गतिविधि: जब आप शारीरिक गतिविधि करते हैं, जैसे दौड़ना, उछलना, योग, या कसरत, तो आपका हार्ट रेट बढ़ सकता है।

तनाव और चिंता: मानसिक तनाव, चिंता, या स्ट्रेस भी हार्ट रेट को बढ़ा सकते हैं।

उत्तेजना और एड्रेनालीन: उत्तेजना, डर, या आंदोलन के कारण शरीर एड्रेनालीन नामक हार्मोन को उत्पन्न करता है, जो हार्ट रेट को बढ़ा सकता है।

गर्मी और आद्रश्यता: ज्यादा गर्मी, आद्रश्यता, या उच्च तापमान वाले स्थानों में रहने से भी हार्ट रेट बढ़ सकता है।

कैफीन और निकोटीन: कैफीन और धूम्रपान करने के कारण भी हार्ट रेट बढ़ सकता है।

विषाक्त पदार्थों का सेवन: कुछ विषाक्त पदार्थ जैसे एल्कोहल और नशीली दवाएं भी हार्ट रेट को बढ़ा सकते हैं।


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