15 से 30 की उम्र में होने वाली इन बीमारियों से झड़ने लगते हैं आपके बाल, जानें बीमारियों के नाम और कारण
15 से 30 की उम्र
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बाल
ट्रेशन एलोपेशिया: यह बालों के झड़ने की सामान्य कारणों में से एक है। यह जब होता है जब बालों को तार या कुछ टाइट हेयरस्टाइल पर खींचा जाता है, जिससे उनमें तनाव पैदा होता है और वे टूटने लगते हैं।
धूप में लंबे समय तक रहना: लंबी समय तक धूप में रहना बालों को भी प्रभावित कर सकता है। धूप के कारण, बालों की मृदता बढ़ सकती है और झड़ने की समस्या हो सकती है।
अपूर्ण पोषण: नियमित और सही पोषण के अभाव में बालों की समस्याएं भी हो सकती हैं। प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की कमी बालों को कमजोर बना सकती है और झड़ने का कारण बन सकती है।
स्ट्रेस: मानसिक तनाव और स्ट्रेस भी बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूपबालों के झड़ने की समस्या हो सकती है। स्ट्रेस के कारण शरीर में हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं जो बालों के प्रभावित रूप से झड़ने का कारण बन सकते हैं।
अन्य बीमारियाँ: कई बार बालों के झड़ने की समस्या अन्य व्याधियों या शारीरिक समस्याओं के एक लक्षण के रूप में हो सकती है। उदाहरण के लिए, थायरॉयड समस्या, अनेमिया, विटामिन और मिनरल्स की कमी, फंगल इन्फेक्शन आदि।
यदि आपको अपने बालों के झड़ने की समस्या है, तो आपको एक त्रिकोलॉजिस्ट (हेयर स्पेशलिस्ट) की सलाह लेनी चाहिए। उन्हें आपकी स्थिति का मुआयन करके और उपचार के लिए संबंधित दवाओं और उपायों की सिफारिश करेंगे। वे आपको अपने बालों की स्वास्थ्य सुधारने के लिए संबंधित सुझाव देंगे।
कुछ महत्वपूर्ण हार्मोन्स जो बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं वे हैं:
टेस्टोस्टेरोन: यह पुरुषों में मुख्य हार्मोन है और यह दर में बढ़त कर सकता है जिससे बालों के झड़ने का कारण बनता है।
एस्ट्रोजन और प्रोगेस्टेरोन: ये महिलाओं के हार्मोन्स होते हैं और उन्हें बालों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। हार्मोनल असंतुलन की स्थिति में ये हार्मोन्स कम हो सकते हैं, जिससे बालों के झड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
थायरॉइड हार्मोन्स: थायरॉइड असंतुलन भी बालों के झड़ने का कारण बन सकता है। थायरॉइड हारमोन्स जो बालों के विकास और स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं, अगले प्रकार होते हैं:
हाइपरथायराइडिज़्म: थायरॉइड ग्रंथि की अतिक्रमण स्थिति, जिसमें थायरॉइड हार्मोन्स की मात्रा अधिक होती है। इसके कारण, बालों का पतन हो सकता है।
हाइपोथायराइडिज़्म: थायरॉइड ग्रंथि की कम कार्यक्षमता, जिसमें थायरॉइड हार्मोन्स की मात्रा कम होती है। यह भी बालों के झड़ने का कारण बन सकता है।
पोलिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम (PCOS): यह महिलाओं में आमतौर पर होने वाली समस्या है जिसमें अंडाशय में असामान्य रूप से बढ़ती हैंगोन की वजह से हार्मोन्स में असंतुलन होता है। इससे बालों के पतन की समस्या हो सकती है।
यदि आपको लगता है कि आपके बालों के झड़ने का कारण हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, तो आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। वे आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और उपचार की सलाह देंगे, जो आपके व्यक्तिगत मामले पर आधारित होगी। इव्यक्तिगत उपचार के रूप में निम्नलिखित कुछ सामान्य उपाय संभव हैं:
दवाएँ: हार्मोनल असंतुलन के लिए विभिन्न दवाएँ उपलब्ध हो सकती हैं। चिकित्सक आपकी स्थिति के आधार पर उपयुक्त दवाओं की सिफारिश करेंगे, जैसे कि औरोंबियोटिक्स, अंड्रोजन ब्लॉकर्स, और हार्मोन थेरेपी।
लाइफस्टाइल परिवर्तन: स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली अपनाना बालों के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। इसमें समय पर नींद पूरी करना, स्वस्थ आहार खाना, तंबाकू और शराब का सेवन न करना, स्ट्रेस को कम करना, और नियमित व्यायाम करना शामिल हो सकता है।
संतुलित आहार: स्वस्थ और पौष्टिक आहार लेना बालों के लिए महत्वपूर्ण है। फल, सब्जी, पूरे अनाज, प्रोटीन (मांस, मछली, अंडे, दालें), और विटामिन और मिनरल्स से भरपूर आहार का सेवन करें।
शैम्पू और हेयरकेयर: मार्केट में हार्मोनल असंतुलन के लिए विशेष शैम्पू और हेयरकेयर प्रोडक्ट्स उपलबब्ध होते हैं जो आपके बालों की देखभाल कर सकते हैं। इसमें मिलेंगे विशेष शैम्पू, कंडीशनर और टॉनिक जो आपके बालों को मजबूती और स्वास्थ्य देने में मदद कर सकते हैं।
अपनी दवाइयों के साथ संतुलित रहें: यदि आपको किसी अन्य मेडिकल स्थिति के लिए दवाएं लेनी हैं जो हार्मोनल असंतुलन को प्रभावित कर सकती हैं, तो अपने चिकित्सक के साथ संपर्क करें और सुनिश्चित करें कि वे आपको बालों के स्वास्थ्य के लिए सही चिकित्सा प्रोटोकॉल की सलाह दें।
हार्मोनल असंतुलन बालों के झड़ने की समस्या को संभालने के लिए एक चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और आपको सही उपाय और उपचार की सलाह देंगे।
एलोपेशिया अरिटेना: यह एक आनुवंशिक बाल विकार है जिसमें व्यक्ति के बाल मुंह और सिर के उभरने वाले क्षेत्र में ही बढ़ते हैं, जबकि अन्य क्षेत्रों में उनका पतन हो जाता है। इसका कारण आनुवंशिक हो सकता है और इसमें एक खुदरा प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया शामिल होती है जो बालों के पतन का कारण बनती है।
एलोपेशिया अरियाटा: इसमें सिर के कुछ हिस्सों में बालों का पतन होता है और व्यक्ति के बाल जाने के चक्र के रूप में दिखाई देते हैं। यह भी आनुवंशिक हो सकता है और इसके पीछे के कारण विभिन्न हो सकते हैं।
एलोपेशिया टोटालिस: इसमें सिर पर सभी बालों का पतन होता है, जिससे शिराओं पर केवल निरमित त्वचा दिखाई देती है। यह आनुवंशिक हो सकता है और इसका कारण भी आनुवंशिक हो सकता है।
यदि आपकोलगता है कि आपको आनुवंशिक बाल विकार के कारण बालों का पतन हो रहा है, तो आपको एक त्रिकोलॉजिस्ट (हेयर स्पेशलिस्ट) से परामर्श लेना चाहिए। वे आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और आपको सही निदान और उपचार की सलाह देंगे।
आनुवंशिक बाल विकार के लिए उपाय और उपचार आपकी स्थिति और विकार के प्रकार पर निर्भर करेंगे। कुछ उपाय और उपचार निम्नलिखित हो सकते हैं:
दवाएँ: कुछ दवाइयां उपलब्ध हो सकती हैं जो आनुवंशिक बाल विकार को प्रबंधित करने में मदद कर सकती हैं। यह शामिल हो सकती हैं मिनॉक्सीडिल, फिनास्टराइड, स्टेरॉयड क्रीम आदि।
हेयर ट्रांसप्लांट: कुछ मामलों में, हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया विचारशील हो सकती है, जिसमें आपके अन्य स्थानों से बाल लिए जाते हैं और पतन हुए क्षेत्रों में प्रत्यारोपित किए जाते हैं।
विज्ञानिक उपचार: कुछ विज्ञानिक उपचार, जैसे कि लेजर थेरेपी, प्रशामकों का उपयोग, इंजेक्शनऔर त्वचा चिकित्सा, आनुवंशिक बाल विकार के लिए उपयोगी हो सकते हैं। ये तकनीकें आपके बालों को स्वस्थ और पतले होने से बचा सकती हैं।
आपके आनुवंशिक बाल विकार का निदान और उपचार केवल एक पेशेवर चिकित्सक द्वारा ही किया जा सकता है। वे आपकी मेडिकल हिस्ट्री, परिवारिक इतिहास, और बालों के स्वास्थ्य की जांच करेंगे और तब आपको सही निदान और उपचार की सलाह देंगे।